होम लोन कितने प्रकार के होते हैं?

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जब तक आपके पास घर खरीदने के लिए पर्याप्त बचत न हो, तब घर खरीदने के लिए वित्तीय सहायता की आवश्यकता होती है। सौभाग्य से, घर बनाने या घर की खरीद के लिए होम लोन आवेदन करना बहुत सरल और सुविधाजनक है।

होम लोन एक विशिष्ट ब्याज दर पर दिया जाता है और एक विशिष्ट पुनर्भुगतान अवधि के साथ आता है, जिससे आप निश्चित मासिक भुगतान या ईएमआई के माध्यम से बैंक से लिया हुआ होम लोन को चुका सकते हैं।

होम लोन घर के नवीनीकरण, संरचनात्मक परिवर्तन, विस्तार और आवश्यक मरम्मत के लिए भी उपलब्ध हैं। लेकिन आपको बताना चाहूंगा की होम लोन कि भी बहुत सारे प्रकार होते हैं। अलग अलग आवशकता अनुसार होम लोन को डिज़ाइन किया गया है। यदि आपको होम की सभी प्रकार को जानना है, तो इस लेख को अंत तक पढ़े।  

विषयसूची

 होम लोन कितने प्रकार के होते हैं?

होम लोन एक सुरक्षित लोन है और इसको कई प्रकार भी है। हमने होम लोन की सभी प्रकार को नीचे साँझा किया है :

  • होम परचेस लोन
  • होम इम्प्रूवमेंट लोन
  • होम कंस्ट्रक्शन लोन
  • लैंड परचेस लोन
  • होम एक्सटेंशन लोन
  • जॉइंट होम लोन
  • होम लोन बैलेंस ट्रांसफर
  • टॉप अप होम लोन
  • ब्रिज होम लोन
  • कम्पोजिट होम लोन
  • एनआरआई होम लोन
  • फिक्स्ड रेट होम लोन
  • फ्लोटिंग रेट होम लोन

होम लोन कितना मिल सकता है?

सभी प्रकार के होम लोनो का विस्तृत विवरण :

नीचे हमने आसान भाषा में सभी प्रकार के होम लोन के बारे में जानकारी दी है, हम आशा करते हैं कि आपको सभी प्रकार के होम लोन के बारे में जानकर अच्छा लगेगा।

1. होम परचेस लोन :

यह होम लोन का सबसे लोकप्रिय प्रकार है। आप पहले से बना हुआ घर या फ्लैट खरीदने के लिए आप बैंक से होम लोन ले सकते हैं और बाद में उसे ब्याज सहित चुका सकते हैं। मकान किसी बिल्डर या डेवलपर से या सरकारी हाउसिंग कंस्ट्रक्शन एजेंसियों से या किसी व्यक्ति से लिया जा सकता है।

2. होम इम्प्रूवमेंट लोन :

होम इम्प्रूवमेंट लोन एक प्रकार का होम लोन है जिसका उपयोग आप अपने घर के नवीनीकरण और उसकी मरम्मत के लिए कर सकते हैं। लोन का उपयोग अंदर और बाहरी घर के नवीनीकरण के लिए किया जा सकता है, जैसे पेंटिंग, टाइलिंग और फर्श, वॉटरप्रूफिंग, प्लंबिंग और सैनिटरी कार्य, और बहुत भी कुछ।

3. होम कंस्ट्रक्शन लोन :

अगर आप बना-बनाया घर लेने के बजाय खुद का घर बनवाना चाहते हैं तो इसके लिए भी होम कंस्ट्रक्शन लोन मिलता है। चूंकि घर नहीं बना है, इसलिए इस होम लोन की लोन राशि घर के निर्माण की अनुमानित लागत के आधार पर तय की जाती है।

4. लैंड परचेस लोन :

लैंड परचेस लोन या प्लॉट लोन, जैसा कि नाम से पता चलता है, बैंकों द्वारा उधारकर्ताओं को जमीन का एक प्लॉट खरीदने के लिए दिया जाने वाला लोन है।

यदि आपको अभी घर नहीं खरीदना है, तो बाद में घर बनाने के लिए जमीन भी खरीद सकते है। आप इसे निवेश के तौर पर भी खरीद सकते हैं , बाद में यदि आपको अच्छी कीमत मिले तो बेच भी सकते हैं।   

5. होम एक्सटेंशन लोन :

यदि आप अपने पुराने घर की मरम्मत करना चाहते हैं या घर में अधिक कमरे या घर को बड़ा (जैसे की बाथरूम, किचन, गैरेज आदि) करना चाहते हैं तो इसके लिए आप होम लोन का लाभ उठा सकते है। इसलिए इस लोन को होम इम्प्रूवमेंट लोन कहते हैं।

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6. जॉइंट होम लोन :

जब दो या दो से अधिक लोग एक साथ होम लोन लेते हैं तो इसे जॉइंट होम लोन कहते हैं। इस लोन को समान वित्तीय जिम्मेदारी के साथ लिया और चुकाया जाता है। जॉइंट होम लोन प्राप्त करने के लिए, जॉइंट आवेदक को परिवार का सदस्य होना जरुरी है, जैसे कि पति, पत्नी, माता-पिता या बेटा और बेटी।

7. होम लोन बैलेंस ट्रांसफर :

होम लोन बैलेंस ट्रांसफर का मतलब है, यदि आपको किसी दूसरे बैंक में कम ब्याज दर पर होम लोन मिल रहा है, तब कम ब्याज दरों या बेहतर शर्तों का लाभ उठाने के लिए बकाया होम लोन बैलेंस को एक बैंक से दूसरे बैंक में स्थानांतरित करना है।

यदि आप ऐसा करते है तो आपको नए बैंक की ब्याज दर और नियमों के अनुसार लोन की ईएमआई चुकानी होगी। यह सुविधा अधिकतर बैंक में मिल जाता है, लेकिन इसके लिए थोड़े पैसो का भुकतान करना भी पड़ सकता है।  इसलिए सभी जानकारी लेने के बाद ही होम लोन ट्रांसफर करें।

8. टॉप अप होम लोन :

टॉप-अप लोन वह लोन होता है की, यदि आपका होम लोन पहले से चल रहा है और आपको घर के रेनोवेशन और एक्सटेंशन आदि के लिए अतिरिक्त पैसो की जरुरत पड़ती है तो आप बैंक से आप मौजूदा बैलेंस से ऊपर “टॉप अप होम लोन” की मदद लोन प्राप्त कर सकते है।   

9. ब्रिज होम लोन :

ब्रिज लोन अस्थायी लोन होते हैं जिनका इस्तेमाल शॉर्ट टर्म फंड की जरूरतों और लॉन्ग टर्म लोन के बीच के अंतर को पाटने के लिए किया जाता है। पुराना घर बेचने से पहले नया घर खरीदते समय नए घर की डाउन पेमेंट और दूसरे शुरुआती खर्चे के लिए बैंक ब्रिज लोन प्रदान करता है।

लोन राशि आपको आपके पुराने घर के हिसाब से ही मिलेगा, जब पुराण घर बिक जाएगा तब बैंक से लिया हुआ लोन को चुकाना होगा। लेकिन इसके लिए बैंक आपसे ब्याज दर भी वसूलते है। आपको बताना चाहूंगा की दूसरे किसी भी होम लोन के तुलना में “ब्रिज होम लोन” का ब्याज दर अधिक होता है। 

10. कम्पोजिट होम लोन :

कंपोजिट होम लोन बैंकों और वित्तीय संस्थानों का एक ऐसा लोन है जो आपको जमीन खरीदने और उस पर घर बनाने के उद्देश्य को पूरा करने में सक्षम बनाता है। इसे कंपोजिट होम लोन कहा जाता है क्योंकि इसका इस्तेमाल एक ही समय में कई उद्देश्यों के लिए किया जा सकता है।

11. एनआरआई होम लोन :

कोई भी एनआरआई व्यक्ति जो भारत में घर खरीदना या घर बनाना चाहता है और होम लोन लेने की विचार कर रहा है, तो वे होम लोन प्राप्त कर सकता है। क्योंकि इससे उन्हें सरकार द्वारा दिए गए कर सुविधा का लाभ उठाने में मदद मिलेगी।

किसी अन्य भारतीय निवासी की तरह, एक एनआरआई व्यक्ति भी किसी भारतीय बैंक या गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी (एनबीएफसी) से होम लोन प्राप्त कर सकता है। एनआरआई के लिए होम लोन पर ब्याज दर थोड़ी अधिक है।

ग्रामीण होम लोन योजना से लोन कैसे ले?

इस लोन को आवेदन कौन कर सकता है?

  • प्रवासी भारतीय, (Non Resident Indian)
  • भारतीय मूल के व्यक्ति, (Person of Indian origin)
  • भारत के प्रवासी नागरिक, (Overseas Citizen of India)

एनआरआई व्यक्ति को होम लोन लेते समय जिन दस्तावेजों की आवश्यकता होती है उनमें शामिल हैं:

  • होम लोन के लिए आवेदन करते समय विधिवत हस्ताक्षरित आवेदन पत्र।
  • पहचान का प्रमाण जैसे उनका पासपोर्ट, ग्रीन कार्ड, या ड्राइविंग लाइसेंस होना चाहिए।
  • पता प्रमाण जैसे आधार कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, वोटर आईडी।
  • भारत सरकार द्वारा जारी पहचान पत्र, बिजली/गैस/लैंडलाइन बिल, संपत्ति कर रसीद आदि।
  • फिर उनके पास जन्म तिथि के दस्तावेज, हस्ताक्षर के प्रमाण होने चाहिए।
  • इसके अलावा भी कई दस्तावेजों की जरूरत होती है।

12. फिक्स्ड रेट होम लोन :

फिक्स्ड रेट होम लोन का मतलब है कि जब आप होम लोन लेते हैं तो आपका एक निश्चित ब्याज दर वाला होम लोन जारी किया जाता है। इस लोन में आपने जो होम लोन लिया है उसकी ब्याज दर स्थिर रहेगी यानी आपको उसी ब्याज दर पर पूरा लोन चुकाना होगा।

फिक्स्ड रेट होम लोन की फायदे और नुकसान :

फिक्स्ड रेट होम लोन के फायदे और नुकसान दोनों हैं। फायदे की बात करें तो जब बाजार में ब्याज दर ज्यादा होगी तो आपके कर्ज की ब्याज दर नहीं बदलेगी और नुकसान यह है कि अगर किसी वजह से बाजार में ब्याज दर घट जाती है तो आपके कर्ज का ब्याज नहीं घटेगा, अर्थात् दरों में जारी किया गया दर ही रहेंगी।

13. फ्लोटिंग रेट होम लोन :

फ्लोटिंग रेट होम लोन का मतलब है लिया गया होम लोन की ब्याज दर फिक्स्ड यानि हमेशा स्थिर नहीं होती है। ये बाजार में ब्याज दरों के उतार-चढ़ाव के हिसाब से बदलते रहते हैं। जब बाजार में ब्याज दर बढ़ती है तो आपको अधिक ब्याज दर चुकानी पड़ती है और इसी तरह जब यह घटती है तो आपको कम ब्याज दर चुकानी पड़ती है।

फ्लोटिंग रेट होम लोन की फायदे और नुकसान :

फ्लोटिंग रेट होम लोन का फायदा यह है कि अगर बाजार में ब्याज दर घटती है तो आपको कम ब्याज दर चुकानी पड़ती है और नुकसान यह है कि अगर बाजार में ब्याज दर बढ़ती है तो आपको ज्यादा दर चुकानी पड़ती है।

मकान की रजिस्ट्री पर लोन कैसे मिलेगा?

अंत में :

होम लोन लेने से पहले आपको अपने क्रेडिट स्कोर की जांच करनी चाहिए, क्योंकि कम क्रेडिट स्कोर से ब्याज दरें अधिक हो सकती हैं। होम लोन की ब्याज दर की तुलना अन्य सभी बैंकों से करने पर कम ब्याज दर पर लोन मिल सकता है। इसलिए होम लोन की ब्याज दर की तुलना जरूर करें।

यदि आपको उच्च ऋण राशि प्राप्त करने में कठिनाई हो रही है, तो  जॉइंट होम लोन के लिए आवेदन करें। इससे आपको अधिक लोन राशि मिल सकती है।

उपरोक्त सभी प्रकार के होम लोन को ठीक से समझें और बैंक मैनेजर से बात करें। अपने परिवार के सदस्य के साथ जरूरत पर इस बात पर चर्चा जरूर करें और फिर होम लोन का प्रकार चुनें।

FAQ – सवाल जवाब

Q. 10 लाख के होम लोन पर कितना ब्याज लगता है?

होम लोन पर ब्याज दर की बात करे तो, होम लोन की ब्याज दर 6.65% प्रति वर्ष से 13% प्रति वर्ष तक होता है। EMI की राशि जानने के लिए होम लोन ऑनलाइन EMI कैलकुलेटर का उपयोग कर सकते है, आपको सिर्फ लोन राशि, लोन अवधि और ब्याज दर को सेलेक्ट करना होगा।  

Q. सबसे अच्छा होम लोन कौन सा है?

इसके लिए सबसे पहले आपको इस लेख को पूरा पढ़ना होगा, उसके बाद ही आपको बेस्ट होम लोन के बारे में पता चलेगा।

Q. होम लोन कितने साल के लिए मिलता है?

अधिकांश बैंक अधिकतम 30 वर्ष के होम लोन की अवधि की अनुमति देंगे।

Q. कौन सा बैंक सबसे सस्ता होम लोन देता है?

सभी बैंको का अलग अलग होम लोन योजना होते है, सबसे सस्ता होम लोन आवेदक की क्रेडिट स्कोर, क्रेडिट हिस्ट्री, आय आदि पर निर्भर करता है।

फिर भी में आपको बताना चाहूंगा की अभी के समय में ऐसे 5 बैंक है जो सबसे सस्ता होम लोन प्रदान कर रहा है : करूर वैश्य बैंक 8.05% – 10.25%, एचडीएफसी बैंक 8.1% – 8.9%, कर्नाटक बैंक 8.24% – 9.59%, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया 8.25% – 10.1% और बैंक ऑफ महाराष्ट्र 8.3% – 9.7%.  

Q. 10 लाख के होम लोन पर कितना ब्याज लगेगा?

9.2% प्रति वर्ष की ब्याज दर पर, 10 वर्षों में 10 लाख रुपये के गृह ऋण के लिए मासिक ब्याज लगभग 12776 रुपये बनता है।

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दोस्तों, मेरा नाम जय है और मैं पश्चिम बंगाल के एक छोटे से जिले से हूँ। मुझे बैंकिंग और फाइनेंस के बारे में नई चीजें सीखने और दूसरों के साथ अपना ज्ञान साझा करने में आनंद मिलता है, इस कारण से मैंने इस ब्लॉग को शुरू किया है और आगे भी लोगों की मदद करने के लिए नए लेख और जानकारी साझा करता रहूंगा।

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