स्वयं सहायता समूह लोन की जानकारी : राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (NRLM) योजना के अंतर्गत यह एक 10 से 20 सदस्य का एक समूह है, जिसे स्वयं सहायता समूह भी कहते है। स्वयं सहायता समूह (Swayam Sahayata Samuh) को इंलिश में Self Help Group कहते है।
स्वयं सहायता समूह मूल रूप से उन लोगों के अनौपचारिक समूह हैं जो आमतौर पर 10 से 20 सदस्यों से बने होते हैं। SHG महिलाओं को उत्थान करने के प्राथमिक उद्देश्य के साथ बनाए गए हैं। जिससे वे आत्मनिर्भर रहते हैं और उनके बीच बचत को बढ़ावा देते हैं, ताकि एकत्रित फंड का उपयोग जरूरतमंद महिलाओं को लोन (Loan) प्रदान करने के लिए किया जा सके।

उदाहरण के लिए, मान लीजिए कि एक SHG समूह में जिसमे 10 सदस्य हैं और प्रत्येक सदस्य बचत के रूप में प्रति माह 100 रुपये जमा करता है। तो SHG के पास पिछले महीने में बचत निधि के रूप में 1000 रूपए का कुल संग्रह होगा। उसी SHG के पास अगले महीने में बचत निधि के रूप में कुल 2000 रूपए का संग्रह होगा।
यह बचत निधि जिसे ग्रुप कॉर्पस के रूप में भी जाना जाता है, इसका उपयोग जरूरतमंद सदस्यों को लोन प्रदान करने के लिए किया जा सकता है जिसे इंटर-लोनिंग के रूप में भी जाना जाता है।
दोस्तों आज हम इस लेख में स्वयं सहायता समूह लोन की जानकारी देने वाले है की कैसे आप इस लोन को ले सकते है, साथ ही महिला स्वयं सहायता समूह के लाभ भी बताएंगे और इस लोन के लिए क्या करना चाहिए। चाहे तो आप यह भी पढ़ सकते है की प्रधानमंत्री बिजनेस लोन योजना से लोन कैसे ले।
महिला रोजगार लोन योजना से लोन कैसे ले
स्वयं सहायता समूह लोन (Loan) क्या है?
SHG का पूरा नाम Self Help Group (स्व-सहायता समूह) है। कई लोग इसे महिला समूह लोन योजना भी कहते है। SHG एक गाँव-आधारित वित्तीय सहायता समूह है, जो पुरुषों या महिलाओं की परिमित संख्या से बना है, जो अवधि के आधार पर पैसे में जमा करते हैं और जब भी आवश्यक हो, लोन के रूप में अपने साथी सदस्यओं को वित्तीय सहायता यानि लोन प्रदान करते हैं।
स्वयं सहायता समूह से किस प्रकार के ऋण प्राप्त किए जा सकते हैं?
- रिवाल्विंग निधि : इसमें समूह बनने के 3 महीने बाद समूह को ₹12000 से ₹15000 तक का लोन मिल जाता है, लेकिन इस लोन को चुकाना नहीं होता है। इस पैसे का इस्तेमाल समूह के काम के लिए किया जाता है। लेकिन किसी कारण से बस समूह के बंद होने पर कर्ज चुकाना होगा।
- सामुदायिक निवेश नीति : यह ऋण प्राथमिक और छोटे स्तर पर कोई भी कार्य करने वाली महिला को दिया जाता है और इस ऋण की राशि ₹50000 है।
- आपदा निधि (Disaster Fund) : प्राकृतिक आपदा, दुर्घटना या क्षति होने पर समूह के महिला को ₹50000 से ₹80000 तक का ऋण मिल सकता है।
- कैश क्रेडिट लिमिट लोन : समूह की कोई महिला अपने समूह को आर्थिक रूप से मजबूत बनाने के लिए कुछ बड़ा काम करना चाहती है, जैसे लघु उद्योग, तो 1 लाख से 500000 तक का ऋण प्राथमिक रूप से कार्य करने वाली महिला और समूह की अन्य महिलाओं की सहमति से दिया जाता है।
- दीनदयाल अंत्योदय योजना : स्वयं-सहायता समूहों को, दीनदयाल अंत्योदय योजना – राष्ट्रीय ग्रामीण जीविका मिशन (DAY-NRLM) के तहत 20 लाख रुपये का लोन बिना कोलेटरल या मार्जिन के मिल सकेगा।
स्वयं सहायता समूह लोन के उद्देश्य क्या है?
- गरीबी मिटाने और ग्रामीण गरीब लोगों का उद्धार करने के लिए भारत सरकार ने इसको शुरू किया है।
- भारत के ग्रामीण क्षेत्र के महिलाये व परिवार अपने जीवन को सुधार सके और एक अच्छी ज़िन्दगी जी सके।
- इस सहायता समूह से महिलाएं सामाजिक एकजुटता की भावना को जगाने में सक्षम होंगी।
- महिलाओं को इस सहायता समूह से एक मजबूत संगठन के रूप में विकसित होंगी।
- इस योजना का एहम उद्देश्य यह है कि महिलाओं में जागरूकता, कौशल विकास, स्वशक्तिकारण को मजबूत करता है।
- भारत के ग्रामीण परिवारों को इस स्वयं सहायता समूह (Swayam Sahayata Samuh) की मदद से आर्थिक प्रगति या रोजगार प्रदान करना होगा।
महिलाओं के लिए मुद्रा लोन योजना से लोन कैसे मिलेगा
स्वयं सहायता समूह लोन (Loan) के नियम और शर्त क्या है?
- सेल्फ -हेलप समूहों को कम से कम 6 महीने के लिए सक्रिय रहना होगा।
- SHG के सभी सदस्यों को अपनी बचत हर महीने संसाधनों में जमा करनी चाहिए।
- जो भी समूह के सदस्य पैसा जमा कर रहे हैं, उन्हें लोन दिया गया हो।
- सभी सदस्यों द्वारा जमा की गई राशि को विवरण के साथ खाते में दर्ज किया जाना चाहिए।
- बैठकें समय-समय पर मासिक या साप्ताहिक आधार पर होनी चाहिए। बैठक में सभी विवरण खाते में दर्ज किया जाना चाहिए।
- सभी सदस्यों को सभी कार्य में भाग लेना चाहिए और सभी के बातो को सुनना चाहिए।
- स्वयं सहायता समूह एक दूसरे को मदद करने और स्व रोजगार के लिए होना चाहिए।
- जरूरत पड़ने पर ग्रुप वर्क भी करना पड़ सकता है।
- इसमें आपको ₹60, 000 रुपए तक का लोन तुरंत और आसानी से मिल जाता है।
बैंक लोन देते समय इन सभी बातों का ध्यान रखते हैं। यदि बैंक प्रबंधक को लगता है कि सब कुछ सही है और यह सुनिश्चित है कि समूह का उद्देश्य केवल एक दूसरे की मदद करना और स्वरोजगार करना है, तो ही लोन दिया जाता है।
स्वयं सहायता समूह बैंक लोन (Loan) के लिए पात्रता क्या है?
- जो भी महिलाएं स्वयं सहायता समूह में शामिल होना चाहती है उनकी उम्र 18 से 65 वर्ष के बिच होनी चाहिए।
- महिला चाहे गरीब हो, बहुत गरीब हो और गरीब रेखा से नीचे हो, वह भी इस समूह में शामिल होकर लोन लेने की पात्र है।
- समूह जॉइन करने के बाद आपको हर महीने कुछ न कुछ अमाउंट जमा करना होता है। इसलिए इस समूह में केवल वही सदस्य शामिल हो, जो प्रति माह न्यूनतम राशि जमा करने में सक्षम हैं।
- समूह में 10 से 20 सदस्य होना जरूरी है।
- लेनदेन की सभी रिपोर्ट खाते में दर्ज होनी चाहिए।
- लोन लेने के लिए कम से कम स्वयं सहायता समूह को 6 महीना एक्टिव होना चाहिए।
- सभी सदस्यों के हित को ध्यान में रखते हुए यह लोन का आवेदन किया गया हो।
किसी भी समूह को शुरू होने के बाद 6 महीना तक सभी को संस्थानों में कुछ राशि प्रतिमाह जमा करने के बाद ही लोन के लिए पात्र होते है। यदि स्वयं सहायता समूह (Swayam Sahayata Samuh) बैंक से लोन लेना चाहते है तो उन्हें ब्लॉक के माध्यम से हो आवेदन करना होगा। इस आवेदन के बाद ब्लॉक समूह के लोन आवेदन को बैंक में भेजेगी।
स्वयं सहायता समूह लोन की आवश्यक दस्तावेज़ कौन सी है?
- आवेदन फॉर्म
- पहचान प्रमाण – आधार कार्ड, वोटर आईडी कार्ड
- स्व-समूह सदस्यता आईडी कार्ड
- आय का प्रमाण पत्र
- जाति प्रमाण पत्र
- बैंक स्टेटमेंट्स
- पासपोर्ट साइज़ फोटो
- निवास प्रमाण (बिजली बिल या राशन कार्ड में से कोई एक)
स्वयं सहायता समूह लोन के शुल्क क्या है?
- 20 लाख रुपये तक के SHG लोन के लिए कोई मार्जिन नहीं लिया जाता है।
- ज्यादातर बैंकों में 6 लाख रूपए तक के लोन के लिए कोई लोन प्रोसेसिंग शुल्क/दस्तावेज़ शुल्क/निरीक्षण शुल्क नहीं लिया जाता है।
- 6 लाख से अधिक लोन के लिए प्रोसेसिंग शुल्क/दस्तावेज़ शुल्क/निरीक्षण शुल्क बैंक के ऊपर निर्भर करता है।
किसी सदस्य की मृत्यु होने पर बीमा का लाभ मिलता है या नही?
आम आदमी बीमा योजना के तहत समूह की महिलाओं को जीवन बीमा दिया जाता है। बीमित महिलाओं को 100 रुपये के केन्द्रीय अनुदान पर 75 हजार रुपये के जीवन बीमा का लाभ मिलेगा। बीमा के तहत सामान्य मृत्यु पर 30 हजार रुपये, दुर्घटना में मृत्यु होने पर 75 हजार रुपये, अपंगता एवं अर्द्ध अपंगता पर 37 हजार 500 रुपये और विकलांगता पर 75 हजार रुपये का लाभ मिलेगा।
स्वयं सहायता समूह के फायदे क्या क्या है?
निम्नलिखित में, हम स्वयं सहायता समूहों के लाभों के बारे में जानकारी प्रदान किया है:
गरीबों में बचत की आदत डालना:
स्वयं सहायता समूहों के प्राथमिक उद्देश्यों में से एक है गरीबों में बचत करने की आदत को बढ़ावा देना। एसएचजी के सदस्य नियमित रूप से एक छोटी राशि का योगदान करते हैं, जिसे बाद में एक सामान्य निधि बनाने के लिए एकत्रित किया जाता है। इस राशि का उपयोग सदस्यों को विभिन्न उद्देश्यों के लिए ऋण प्रदान करने के लिए किया जा सकता है, जैसे कि एक छोटा व्यवसाय शुरू करना या आपातकालीन खर्चों को पूरा करना।
बड़े पैमाने पर संसाधनों की उपलब्धता:
स्वयं सहायता समूह अपनी व्यावसायिक गतिविधियों के लिए आवश्यक कच्चे माल, उपकरण, या अन्य संसाधनों की थोक खरीद के लिए बेहतर कीमतों पर बातचीत कर सकते हैं। वे ऋण या अन्य वित्तीय उत्पादों के लिए बेहतर नियम और शर्तें सुरक्षित करने के लिए समूह की सामूहिक सौदेबाजी की शक्ति से भी लाभान्वित हो सकते हैं।
बेहतर तकनीकी और बौद्धिक ज्ञान वृद्धि की सुविधा:
स्वयं सहायता समूह सदस्यों को एक दूसरे के साथ अपने ज्ञान और कौशल को साझा करने के लिए एक मंच प्रदान करते हैं। सदस्य एक-दूसरे के अनुभवों और विशेषज्ञता से सीख सकते हैं, और समूह द्वारा आयोजित प्रशिक्षण और क्षमता-निर्माण कार्यक्रमों तक भी पहुँच सकते हैं।
आपातकालीन और उत्पादन कार्य के लिए ऋण की उपलब्धता:
स्व-सहायता समूह सदस्यों को अनुकूल शर्तों पर ऋण उपलब्ध कराते हैं। सदस्य इन ऋणों का उपयोग आपातकालीन खर्चों के लिए कर सकते हैं, जैसे चिकित्सा आपात स्थिति या प्राकृतिक आपदा, या उत्पादक उद्देश्यों के लिए, जैसे कि एक छोटा व्यवसाय शुरू करना या किसी मौजूदा का विस्तार करना।
विभिन्न प्रकार की प्रोत्साहन सहायता की उपलब्धता:
स्वयं सहायता समूह भी सरकार या अन्य एजेंसियों से विभिन्न प्रकार की प्रोत्साहन सहायता प्राप्त कर सकते हैं। उदाहरण के लिए, वे व्यवसाय स्थापित करने के लिए, या नई तकनीकों या प्रथाओं को अपनाने के लिए सब्सिडी या अनुदान का लाभ उठा सकते हैं।
स्वतंत्रता, समानता, आत्मनिर्भरता और अधिकारिता सुनिश्चित करना:
स्वयं सहायता समूह अपने सदस्यों के बीच स्वतंत्रता, समानता और आत्मनिर्भरता के मूल्यों को बढ़ावा देते हैं। सदस्यों को समूह की निर्णय लेने की प्रक्रिया में भाग लेने और अपनी राय व्यक्त करने की स्वतंत्रता है। साथ मिलकर काम करने से सदस्य अधिक आत्मनिर्भर बनते हैं और बाहरी सहायता पर कम निर्भर होते हैं।
महिलाओं और कमजोर वर्गों का सशक्तिकरण:
स्वयं सहायता समूहों ने महिलाओं और समाज के अन्य वंचित वर्गों को सशक्त बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। महिलाएं, जिन्हें अक्सर आर्थिक और सामाजिक गतिविधियों से बाहर रखा जाता है, जो स्वयं को अभिव्यक्त करने और स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से आय-सृजन गतिविधियों में संलग्न होने के लिए एक मंच ढूंढती हैं।
स्वयं सहायता समूह उन्हें आर्थिक रूप से अधिक स्वतंत्र बनने में मदद कर सकता है। इसी तरह, अन्य वंचित वर्ग, जैसे दलित, आदिवासी और विकलांग, SHG की सामूहिक शक्ति और समर्थन से लाभान्वित हो सकते हैं।
स्वयं सहायता समूह लोन के लिए ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया क्या है?
- ऑनलाइन अप्लाई करने के लिए आपको NRLM की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना है।
- अभी आप NRLM के होम पेज पर आ जाएंगे।
- मेनू में आपको Quick Link का विकल्प मिलेगा।
- Quick Link पर क्लिक करते ही एक ड्राप डाउन मेनू खुल जायेगा।

- अभी आपको SHG Bank Loan विकल्प पर क्लिक करना होगा।
- क्लिक करते ही आपके सामने SHG Bank Loan का पेज खुल जायेगा।
- अभी आपको Login ऑप्शन दिखाई देगा।
- अपना यूजर आईडी और पासवर्ड देकर लॉग-इन कीजिए।
- अभी आपको न्यू एप्लीकेशन ऑप्शन का चयन करें और फॉर्म में मांगी गयी सभी जरुरी जानकारिओं को सही सही दर्ज करें।
- सभी दस्तावेजों को अपलोड करें और सबमिट पर क्लिक करें।
सबमिट करने से आपका लोन एप्लीकेशन पूरा हो जाएगा और आपका एप्लीकेशन बैंक के लोन सेक्शन में जाएगा। यदि आपकी दी हुयी जानकारी सत्य है और डाक्यूमेंट्स सब सही है तो बैंक अधिकारी आपसे संपर्क करेंगे। फिर बैंक अफसर सभी सदस्य से कुछ पूछ भी सकते है। यदि बैंक को सबकुछ सही लगता है आपका लोन अप्प्रूव हो जायेगा और लोन राशि आपको मिल जाएगी।
निष्कर्ष
दोस्तों आज हमने जाना की आजीविका मिशन स्वयं सहायता समूह के बारे में जानकारी या स्वयं सहायता समूह लोन की जानकारी, नियमावली और साथ ही जाना की इस लोन के लिए कौन से आवश्यक दस्तावेज़ की जरुरत पड़ती है, कितना लोन मिल सकता है।
क्या आपके मन में अभी भी कुछ सवाल है जिसका आपको उत्तर नहीं मिल रहा है, तो आप हमे कमेंट करके पूछ सकते है। हम जल्द से जल्द आपको जवाब देने की कोशिश करेंगे।
यदि आपको हमारा यह लेख पसंद आया या आपको इस लेख से कुछ भी मदद मिली है तो हमे कमेंट करें। आपका कमेंट हमारे लिए बहुत कीमती है। आपके कमेंट से हमे नए आर्टिकल लिखने और इस ब्लॉक में पब्लिश्ड करने की पेरणा देती है। चाहे तो आप इस लेख को अपने दोस्त, रिस्तेदार या सोशल मीडिया पर शेयर कर सकते है और उनको भी स्वयं सहायता समूह लोन के बारे में जानने के मौका दे सकते है।
FAQ – सवाल जवाब
Q. समूह में कितना पैसा मिलता है?
समूह में अधिकतम 20 लाख रूपए तक का लोन के रूप में पैसा मिलता है।
Q. स्वयं सहायता समूह में कितना ब्याज लगता है?
स्वयं सहायता समूह से लोन लेने पर बैंक 7.50% से लेकर 12% तक का ब्याज लेता है।
Q. स्वयं सहायता समूह से SHG को अधिकतम कितना लोन मिलता है?
दीनदयाल अंत्योदय योजना – राष्ट्रीय ग्रामीण जीविका मिशन (DAY-NRLM) के तहत बिना सिक्योरिटी के स्वयं सहायता समूह से SHG को 20 लाख रुपये तक का लोन मिल सकता है।
Q. स्वयं सहायता समूह में महिलाओं को कितना लोन मिल सकता है?
महिलाओं को रोजगार शुरू करने के लिए स्वयं सहायता समूहों से 50,000 रुपये से लेकर 80,000 रुपये तक का ऋण बेहद कम ब्याज दर पर मिल सकता है।
Q. स्वयं सहायता समूह को लोन कैसे मिलता है?
स्वयं सहायता समूह के लिए ऋण प्राप्त करने के लिए, समूह को किसी बैंक या वित्तीय संस्थान से संपर्क करना चाहिए और आवश्यक दस्तावेजों के साथ अपना प्रस्ताव प्रस्तुत करना चाहिए। समूह के पास ऋण के लिए एक स्पष्ट उद्देश्य और योजना होनी चाहिए, और ऋण चुकाने की उनकी क्षमता प्रदर्शित करने में सक्षम होना चाहिए। बैंक या वित्तीय संस्थान ऋण स्वीकृत करने या न करने का निर्णय लेने से पहले समूह के प्रस्ताव और उधार पात्रता का मूल्यांकन करेंगे।
यह भी पढ़ें
- महिलाओं के लिए होम लोन SBI से
- गरीबों को लोन कैसे मिलेगा
- सरकारी बैंक से लोन कैसे मिलेगा
- प्रधानमंत्री ग्रामोद्योग रोजगार योजना से लोन कैसे ले
सर जी स्वयं सहायता समूह में दस हजार रुपए लेने पर कितना ब्याज दर लगता है
बैंक सालाना 12% ब्याज लेगा, लेकिन ब्याज दर हर बैंक में अलग-अलग होती है। अधिक जानने के लिए बैंक शाखा से संपर्क करें।
Is group ko chalana hai kaise chalayen kuchh jankari nahin hai office ka pata nahin hai koi Adhikari aaye jab pata chale
Kya mratyu k bad v lone chukan padta hai bo v chakreey byaj k sath
ऋणकर्ता के मृत्यु के बाद उनके घर वालो को ब्याज के साथ लोन चुकाना पड़ता है। यदि घर वाले लोन चुकाने में असमर्थ होते है तो, उस लोन खाता को NPA घोषित कर दिया जाता है।
Agar ha to us sadasy ke lone ki ditails milni chahiye ki ha us sadasy ne hi lone liya h bo v digitali
Pashupalan
क्या अपने हिस्से का लोन चुका देने पर लोन के खाता से नाम हटाया जा सकता है। अध्यक्ष अपना लोन जमा कर दे तो क्या उसका नाम लोन से कट सकता है
लोन को चुका देने के बाद, लोन अकाउंट बंद कर दिया जाता है और ऋणकर्ता को लोन की NOC पत्र मिलता है।
किसी सदस्य की मृत्यु होने पर उसे बीमा मिलता है या नही
आम आदमी बीमा योजना के तहत समूह की महिलाओं को 100 रुपये के केन्द्रीय अनुदान पर अधिकतम 75 हजार रुपये के जीवन बीमा का लाभ मिलेगा।