बाइक लोन न चुकाने पर क्या होता है?

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बाइक खरीदने के लिए हम बाइक लोन लेते हैं। बाइक लोन एक सिक्योर्ड लोन होता है, जिसे आप किसी भी बैंक या कर्ज देने वाली संस्था से आसानी से ले सकते हैं। इस प्रकार के लोन से आपको लोन चुकाने की अवधि तक ईएमआई चुकानी पड़ती है। यदि ऋण की ईएमआई समय पर नहीं दी जाती है तो लेट पेमेंट चार्जेज लगाया जाता है। जिसे आपको बाद में ज्यादा रकम के साथ चुकाना होगा।

बाइक लोन न चुकाने पर पहले के कुछ महीनों के लिए आप पर ज्यादा असर नहीं होता है। लेकिन, संबंधित बैंक द्वारा क्रेडिट ब्यूरो को डिफॉल्ट की सूचना देने से क्रेडिट स्कोर में मामूली गिरावट आ सकती है। बैंक आपको आपके द्वारा न किए जाने वाले भुगतान का एक एसएमएस और ई-मेल भेज सकता है।

लोन संस्था की अधिकारी भी लोन की वसूली के लिए आपके आवास या कार्यालय आ सकते हैं। हालाँकि, लोन डिफ़ॉल्ट तब घोषित कर दिया जाता है जब उधारकर्ता पिछले 90 दिनों तक कोई भी भुगतान नहीं करता है। इसके बाद बैंक बाइक लोन पर बकाया राशि की वसूली के लिए कानूनी सहारा भी ले सकता है।

यदि आप “बाइक लोन नहीं चुकाने पर क्या होता है” से संबंधित अधिक जानकारी जानना चाहते हैं तो इस लेख को अंत तक पढ़ें, क्योंकि हमने इस लेख में इसके बारे में विस्तार से बताया है।

अगर हम बाइक लोन नहीं चुकाते हैं तो क्या होता है?

कर्ज न चुकाने की सजा की बात करें तो तुरंत कुछ खास नहीं होता, लेकिन समय के साथ दिक्कते बढ़ने लगता है। इससे आपको काफी परेशानी का सामना करना पड़ेगा। नीचे हमने बाइक लोन न चुकाने पर क्या होता है इसके बारे में बताया है :

  1. EMI की चूक होने पर वे बैंक से कॉल या ईमेल में आते हैं। इसके लिए लेट पेमेंट चार्जेज लग जाता है।
  2. उधारकर्ता के बैंक अकाउंट में पैसा न होने के कारण, ऋण देने वाली संस्था के ECS पर जुर्माना लगता है। यह पेनल्टी उतनी बार लागू होती है जितनी बार लोन देने वाली संस्था ECS करती है। इलेक्ट्रॉनिक क्लैरिंग सर्विस (ईसीएस) इलेक्ट्रॉनिक भुगतान की एक विधि है जिसका उपयोग आवर्ती भुगतान करने के लिए किया जाता है, जैसे कि ऋण की किस्तें या उपयोगिता बिल।     
  3. 90 दिनों तक कोई भी EMI न भरने पर आपका लोन खाता को NPA घोषित कर दिया जाता है। लोन संस्था आपके खिलाफ नोटिस जारी कर सकता है।
  4. बैंक या वित्तीय संस्थान से कर्ज की वसूली के लिए एजेंट आपके घर या कार्यस्थल पर जा सकते हैं।
  5. बैंक या लोन संस्थान आप पर कानूनी कार्यवाही कर सकता है।
  6. अधिक समय लोन की EMI न चुकाने पर आपकी बाइक भी जब्त की जा सकती है।
  7. अगर आपने लोन लेते समय कोई सिक्योरिटी गिरवी रखी है तो आपकी संपत्ति जब्त की जा सकती है।
  8. लोन संस्था अपनी बाइक नीलाम कर कर्ज की रकम वसूल सकते हैं।
  9. जब भी पैसा आपके बैंक खाते में जमा होगा, अन्य शुल्कों के साथ आपके बैंक अकाउंट के पैसा लोन संस्था द्वारा काट लिया जाएगा।
  10. आपके खिलाफ एफआईआर दर्ज हो सकती है। इसलिए आपको अदालत या पुलिस थाने के चक्कर लगाने पड़ सकते हैं।
  11. सबसे अहम बात यह है कि अगर आपने लोन देने वाली संस्था को लोन की भुगतान के लिए कोई चेक दिया है और वह चेक बाउंस हो जाता है तो इस मामले में आपको जेल भी हो सकती है।

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अगर आप बाइक लोन नहीं चुकाते हैं तो आपको भविष्य में किन समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है?

अगर आप बाइक लोन नहीं चुका पाते हैं तो आपको भविष्य में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा, जैसे :

  • बाइक लोन चुकाने में असमर्थ रहने से बैंक या लोन देने वाली संस्था की नजरों में आपकी छवि खराब होती है और इससे भविष्य में आपको किसी भी तरह का लोन मिलना मुश्किल हो जाता है।
  • अगर बाइक लोन समय पर नहीं चुकाया जाता है तो वित्तीय संस्थान आपके लोन की जानकारी क्रेडिट ब्यूरो को भेज देता है और भेजी गयी उस जानकारी के अनुसार आपका क्रेडिट स्कोर तैयार किया जाता है। जिससे आपका क्रेडिट स्कोर प्रभावित होता है और आपका क्रेडिट स्कोर खराब हो जाता है। एक खराब स्कोर के साथ वाला कोई भी कर्ज देने वाली संस्था आपको कर्ज नहीं देगी।
  • आपको किसी दूसरे बैंक में भी लोन नहीं मिलेगा। अगर आप बार-बार विभिन्य बैंको में लोन के लिए अप्लाई करते हैं और लोन रिजेक्ट हो जाता है तो आपका क्रेडिट स्कोर बहुत कम हो जाएगा। आपको ऐसा नहीं करना चाहिए, बल्कि आपको सिक्योर्ड लोन लेने और अपना क्रेडिट स्कोर सुधारने पर विचार करना चाहिए

अगर आपके साथ ऐसी स्थिति होती है तो यह बहुत बुरा होगा, ऐसे में आप कर्जदार क्या कर सकते हैं और कर्जदार के अधिकार क्या हैं, इसके बारे में हमने नीचे विस्तार से बताया है।

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बाइक ऋण का भुगतान न करने की स्थिति में उधारकर्ता के अधिकार क्या है?

बाइक लोन का भुगतान न करने की स्थिति में उधारकर्ता के कुछ अधिकार भी होते हैं, जो एक उधारकर्ता को पता होना चाहिए। जिसके बारे में हमने नीचे विस्तार से बताया है:

  • रिकवरी एजेंट यदि आपके घर या कार्य स्थान पर लोन की वसूली के लिए आता है, तो बिना नोटिस या सूचना दिए कार्रवाई नहीं कर सकता।
  • अगर कोई रिकवरी एजेंट आपके पास आता है तो उसके पास इसके लिए लीगल नोटिस होना चाहिए।
  • अगर लोन रिकवरी के लिए बैंक रिकवरी एजेंट आपके साथ बदसलूकी करता है तो आप कानूनी सहारा ले सकते हैं।
  • ऋण संस्थान आपको या आपके परिवार को डराने या धमकाने का कार्य नहीं कर सकता है, ऐसा करने पर आप कानून का सहारा ले सकते हैं।
  • अगर बैंक या एनबीएफसी आपको ज्यादा परेशान करते हैं तो आप उनके खिलाफ कंज्यूमर कोर्ट में केस भी कर सकते हैं।

आपको बताना चाहूंगा की, बाइक ऋण का भुगतान न करने की स्थिति में सिर्फ उधारकर्ता को अधिकार नहीं मिलता, लोन संस्था या फाइनेंस कंपनी को भी मिलता है अधिकार, अधिक जानने के लिए यह पढ़े : फाइनेंस कंपनी के अधिकार क्या है?

अगर नहीं चुका पा रहे हैं लोन तो न हों परेशान यहां पढ़ें अपने ये अधिकार

अंतिम शब्द :

बाइक लोन न चुकाने पर ऋणदाता कार्रवाई तो करेगा और वह ऋण समझौते की शर्तों और आपके अधिकार क्षेत्र के कानूनों पर निर्भर करेगा। यदि आपको बाइक ऋण पर भुगतान करने में कठिनाई हो रही है तो ऋणदाता से संपर्क करना महत्वपूर्ण है।

यदि आप समस्या को अनदेखा करते हैं, तो परिणाम गंभीर हो सकते हैं और आपकी क्रेडिट रेटिंग और भविष्य में धन उधार लेने की आपकी क्षमता को प्रभावित कर सकते हैं।

FAQ – सवाल जवाब

Q. क्या बाइक लोन नहीं चुकाने पर जेल हो सकती है?

जेल तब होती है जब उधारकर्ता का दिया हुआ चेक बाउंस हो जाता है। यदि आपने लोन संस्था को लोन चुकौती या EMI की भुगतान के लिए चेक देते है, तो लोन संस्था आपके ऊपर कानूनी कार्यवाही कर सकते है और आपको जेल भेज सकते है।  

Q. चेक बाउंस कब होता है?

चेक बाउंस तब होता है जब आपके बैंक खाते में पैसा नहीं होता है और इस वजह से आपके चेक द्वारा दिया गया भुगतान संभव नहीं हो पाता है।

Q. Vehicle लोन नहीं चुकाने पर क्या होता है?

व्हीकल लोन चुकाने में विफल रहने पर जुर्माना लगाया जा सकता है, पुलिस स्टेशन या अदालत में जाना पड़ सकता है, और आपके वाहन को ज़ब्त किया जा सकता है।

Q. गाड़ी का लोन नहीं चुकाने पर क्या होता है?

ईएमआई भुगतान चूक जाने की स्थिति में, ऋण कंपनी आम तौर पर उधारकर्ता को नोटिस भेजेगी। यदि नोटिस के बावजूद ईएमआई का भुगतान नहीं होता है, तो कंपनी का रिकवरी एजेंट उधारकर्ता के घर जा सकता है।

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