पृथ्वी से चंद्रमा की दूरी कितनी है : रात के आकाश में चंद्रमा देखने में बहुत ही सुंदर लगता है और चंद्रमा पृथ्वी की परिक्रमा करता है। इसका प्रभाव पृथ्वी और हमारे जीवन पर पड़ता है। लेकिन पृथ्वी और चंद्रमा के बीच की सटीक दूरी क्या है? और यह सवाल इतना आसान क्यों नहीं है जितना लगता है? तो आइये आज हम जानेंगे की पृथ्वी से चंद्रमा की दूरी कितनी है।

पृथ्वी से चंद्रमा की दूरी कितनी है?
चंद्रमा की पृथ्वी से दूरी इस बात पर निर्भर करती है कि हम जिस विमान से यात्रा कर रहे हैं उसकी गति कितनी है। पृथ्वी से चंद्रमा पर भेजे गए एक विमान में से सबसे तेज विमान नासा का नीयू होराइजन ने करीब 8 घंटे 35 मिनट में चंद्रमा की दूरी तय की, ये विमान पृथ्वी से चंद्रमा के बीच ताई करने वाला अबतक की सबसे तेज विमान है।
तो चलिए अब जानते है की पृथ्वी से चंद्रमा की दुरी कितनी है? तो दोस्तों, वैज्ञानिक तौर पर माना जाता है की पृथ्वी से चन्द्रमा की दूरी 406696 किलोमीटर है। चाँद धरती की धुरी की डाँवाडोल गति को नियंत्रित कर इसकी जलवायु को अपेक्षाकृत स्थिर बनाता है, जिससे पृथ्वी निरंतर एक जीवंत ग्रह बनी रहती है।
चंद्रमा के बारे में कुछ जानकारी-
पृथ्वी सौर मंडल में 9 ग्रहों में से एक है और चंद्रमा पृथ्वी का उपग्रह है। जब चंद्रमा पृथ्वी के चारों ओर चक्कर लगाता है, तो एक समय में चंद्रमा पृथ्वी के सबसे करीब जाता है, तब चंद्रमा की चमक बिंदु की अपेक्षा में लगभग 30% तक अधिक हो जाती है। रात्रि के आकाश में दिखाई देने वाला सबसे बड़ा और चमकीला पिंड को चंद्रमा कहलाता है।
चंद्रमा पृथ्वी के चारों ओर एक समकालिक कक्षा में चक्कर लगाता है; अर्थात इसे पृथ्वी का एक चक्कर लगाने में उतना ही समय लगता है, जितना कि अपनी धुरी पर एक पूर्ण चक्कर लगाने में लगता है। इसे पृथ्वी का एक चक्कर लगाने और अपनी धुरी पर घूमने में कुल 27 दिन, 7 घंटे 43 मिनट का समय लगता है।
इसका दूसरा भाग मनुष्य द्वारा तब तक नहीं देखा गया था जब तक सोवियत संघ के अंतरिक्ष यान ‘लूना 3’ ने पहली बार 7 अक्टूबर, 1959 को पृथ्वी पर अपनी पहली तस्वीर नहीं भेजी थी।
कब पृथ्वी और चंद्रमा के बीच की दूरी कैसे मापी गई थी?
1958 में पहली बार, इंग्लैंड में रॉयल रडार एस्टाब्लिशमेंट रिसर्च सेंटर के वैज्ञानिकों द्वारा रडार संकेतों का उपयोग करके पृथ्वी से चंद्रमा की दूरी को मापा गया था।
उस प्रयोग में, उच्च-क्षमता वाले रेडियो संकेतों को रडार के माध्यम से चंद्रमा तक प्रेषित किया गया था और जब वे रेडियो सिग्नल इसकी सतह से टकराके पृथ्वी पर लौट आए, तो उन्हें फिर से रडार के रिसीवर द्वारा उठाया गया।
अंत में सिग्नलस के चंद्र सतह पर पहुंचने तथा फिर टकराकर वापस आने में लगने वाले समय का हिसाब लगाकर दोनों के बीच की दूरी की गणना कर ली गई। उस वक्त वह ज्ञात की गई दूरी 384402 ±1.2 कि.मी. थी। यह उस समय चंद्र दूरी का सबसे सटीक माप था।
चन्द्रमा से प्रकाश पृथ्वी पर कितने सेकंड में पहुँचता है?
चन्द्रमा से पृथ्वी पर प्रकाश 300,000 किलोमीटर प्रति सेकंड की गति से यात्रा करता है, इसलिए चंद्रमा से पृथ्वी की यात्रा के लिए प्रकाश में लगभग 1.3 सेकंड लगते हैं।
चंद्रमा के कोनसे क्षेत्र में मनुष्य ने पहली बार कदम रखा था ?
21 जुलाई, 1969 को जब अपोलो 11 मिशन के यात्री पहली बार चंद्रमा के जिस क्षेत्र में उतरे थे उसका नाम था – The Sea of Tranquillity. चंद्रमा के इस क्षेत्र के नाम में ‘सागर’ लेकिन इसका मतलब ये नहीं की चन्द्रमा में कोई समुद्र है।
वास्तव में, यह क्षेत्र चंद्रमा की सतह पर एक गहरे काले धब्बे के रूप में दिखाई देता है, इसलिए प्रारंभिक खगोलविदों ने गलती से इसे एक महासागर मान लिया और इसे देखते ही इसे पानी के एक महासागर से जोड़ दिया। लेकिन चंद्रमा की सतह पर कहीं भी पानी नहीं है।
चाँद पर जाने वाला पहला आदमी कौन है?
नील एल्डन आर्मस्ट्रांग ने सबसे पहले चाँद में कदम रखा था और यही वो आदमी जो पहली बार चाँद में गए है। नील एल्डन आर्मस्ट्रांग चंद्रमा पर जाने वाला एकमात्र व्यक्ति नहीं है। इनके अलावा 11 अन्य लोग भी वहां गए हैं
जुलाई 1969 में अमेरिका के अपोलो-11 मिशन पर चांद पर कदम रखने वाले नील आर्मस्ट्रांग
क्या कोई भारतीय चंद्रमा पर गया है?
नहीं, अभी तक कोई भी भारतीय चांद पर नहीं गया है। आज तक किसी भी भारतीय ने चांद पर कदम नहीं रखा है। नील आर्मस्ट्रांग जुलाई 1969 में चांद पर कदम रखने वाले पहले व्यक्ति थे। अब तक चंद्रमा में 12 आदमी जा चुका है।
तो अब आप इस लेख के मद्धम से जान गए होंगे को पृथ्वी से चंद्रमा की दूरी कितनी है। अगर आपको हमारी इस लेख को अच्छा लगा तो आप आपके फ्रेंड आया रिस्तेदारो को शेयर कर सकते है।
पृथ्वी के बारे में कुछ जानकारी
- नयी जानकारी – हमारी पृथ्वी सौरमंडल में व्याप्त 9 ग्रहों में से एक ग्रह है और चन्द्रमा पृथ्वी का एक उपग्रह है | पृथ्वी सूरज के चारो ओर परिक्रमा करती है उसी तरह से चन्द्रमा पृथ्वी के चारो ओर पूरे वेग से परिक्रमा करता है | चन्द्रमा के पृथ्वी के चारो ओर परिक्रमा करने के कारण पृथ्वी पर रात और दिन होते हैं |
- पृथ्वी से सूर्य की दूरी किलोमीटर में – 149.6 मिलियन किलोमीटर है |
- सूर्य पृथ्वी से लगभग 109 गुना बड़ा है |
FAQ – अधिक पूछे जाने वाले प्रश्न
Q. चन्द्रमा से सूर्य की दूरी कितनी है ?
औसत दूरी 14.7 करोड़ से 15.5 करोड़ तक
Q. चन्द्रमा की सतह पर तापमान कितना रहता है?
दिन में 127 डिग्री सेल्सियस के आस पास और रात में जीरो से 183 डिग्री सेल्सियस तक
Q. चन्द्रमा कैसे दीखता है?
पृथ्वी के पीछे रहने पर गोल दीखता है और जब पृथ्वी, चन्द्रमा, सूर्य समकोण बनाते है तो आधा दीखता है |
Q. चाँद कैसे चमकता है?
सूर्य की किरणे परावर्तित होकर पृथ्वी पर आती है तब चाँद चमकता हुवा हमें दीखता है
Q. चन्द्रमा के अन्दर क्या दिखाई देता है ?
लहरे बड़े पैमाने पर दिखाई देती हैं
Q. चन्द्रमा पर गुरुतवाकर्षण पृथ्वी का कितना है?
1/6
Q. सुपरमून कब कहलाता है?
जब चन्द्रमा 3 लाख 60 हज़ार से कम दूरी पर होगा तो उसे सुपरमून कहा जाता है |
Q. क्या पृथ्वी की तरह चन्द्रमा पर भी भूकंप का कम्पन होता है?
हाँ होता है पृथ्वी के गुरुतवाकर्षण के कारण और पृथ्वी पर कम्पन कुछ मिनट तक रहता है जबकि चन्द्रमा पर आधे तो घंटे तक |
Q. पृथ्वी का अंत कब होगा?
भौतिकी के साइंटिस्ट स्टीफन हॉकिंग के कहे अनुसार 600 साल के भीतर पृथ्वी आग के गोले में तब्दील हो जाएगी और वही उसका अंत होगा |
Q. पृथ्वी से तारो की दूरी कितना है ?
पृथ्वी के सबसे नजदीक का तारा 243 प्रकाश वर्ष की दूरी पर है
Q. पृथ्वी से चन्द्रमा कितना बड़ा है?
चाँद पृथ्वी से छोटा है
Q. यदि किसी व्यक्ति का वजन पृथ्वी पर 60 किलोग्राम है तो उसका वजन चंद्रमा पर कितना होगा?
60 x 1/6 = 10 किलोग्राम
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